आए ना अगर तुम्हे याद हमारी,
हम करेंगे फरियाद तुम्हारी.
बेवफा हो तुम ये ना कहेंगे किसी से,
कहेंगे की कमी थी वफ़ा मे हमारी.
धोखा दिया था जब तुम ने मुझे,
दिल से मैं नाराज़ था,
फिर सोचा की दिल से तुम्हे निकाल दूं,
मगर वो कमबख़्त दिल भी तुम्हारे पास था...
सोचता हू क्या उसे नींद भी आती होगी
या मेरी तरह फकत अश्क बहती होगी
वो मेरी शकल मेरा नाम भूलने वाली
अपनी तस्वीर से क्या आँख मिलाती होगी
सवेरा क्या हुआ सितारों को भूल गये,
सूरज क्या आया चाँद को भूल गये,
कुछ पल क्या गुज़रे हमारे बिना,
आप तो हमे ही भूल गये..
इश्क़ ने हमे रुला दिया जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते मगर उन्होने तो यादों में ही जहर मिला दिया
हो सकता है उस ने अंजाने मे हमे रुला दिया
उस ने दुनिया के कहने पे हमे भुला दिया हम तो वैसे भी अकेले थे
क्या हुआ अगर किसी ने एहसास दिला दिया..
प्यार कभी करना नही.
किया तो अधूरा छोड़ना नही.
अगर छोड़ना पड़ा तो देना सफाई
वरना लोग इससे कहेंगे बेवफ़ाई
कभी किसी से प्यार मत करना
हो जाए तो इनकार मत करना
निभा सको तो इस रास्ते पर चलना
वरना किसी की ज़िंदगी बर्बाद मत करना
पल ही ऐसा था कि हम इनकार ना कर पाए,
ज़माने के डर से इकरार ना कर पाए,
ना थी जिनके बिना ज़िंदगी मुनासिब,
छोड़ दिया साथ उन्होने और हम सवाल तक ना कर पाए.
हर महफ़िल हर दिल भी रोएगा,
जहाँ डुबेगी मेरी कश्ती वो साहिल भी रोएगा .
इतना प्यार बिखेर देंगे ज़माने मे हम,
कि क़तल करके मेरा कातिल भी रोएगा.
हम करेंगे फरियाद तुम्हारी.
बेवफा हो तुम ये ना कहेंगे किसी से,
कहेंगे की कमी थी वफ़ा मे हमारी.
धोखा दिया था जब तुम ने मुझे,
दिल से मैं नाराज़ था,
फिर सोचा की दिल से तुम्हे निकाल दूं,
मगर वो कमबख़्त दिल भी तुम्हारे पास था...
सोचता हू क्या उसे नींद भी आती होगी
या मेरी तरह फकत अश्क बहती होगी
वो मेरी शकल मेरा नाम भूलने वाली
अपनी तस्वीर से क्या आँख मिलाती होगी
सवेरा क्या हुआ सितारों को भूल गये,
सूरज क्या आया चाँद को भूल गये,
कुछ पल क्या गुज़रे हमारे बिना,
आप तो हमे ही भूल गये..
इश्क़ ने हमे रुला दिया जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते मगर उन्होने तो यादों में ही जहर मिला दिया
हो सकता है उस ने अंजाने मे हमे रुला दिया
उस ने दुनिया के कहने पे हमे भुला दिया हम तो वैसे भी अकेले थे
क्या हुआ अगर किसी ने एहसास दिला दिया..
प्यार कभी करना नही.
किया तो अधूरा छोड़ना नही.
अगर छोड़ना पड़ा तो देना सफाई
वरना लोग इससे कहेंगे बेवफ़ाई
कभी किसी से प्यार मत करना
हो जाए तो इनकार मत करना
निभा सको तो इस रास्ते पर चलना
वरना किसी की ज़िंदगी बर्बाद मत करना
पल ही ऐसा था कि हम इनकार ना कर पाए,
ज़माने के डर से इकरार ना कर पाए,
ना थी जिनके बिना ज़िंदगी मुनासिब,
छोड़ दिया साथ उन्होने और हम सवाल तक ना कर पाए.
हर महफ़िल हर दिल भी रोएगा,
जहाँ डुबेगी मेरी कश्ती वो साहिल भी रोएगा .
इतना प्यार बिखेर देंगे ज़माने मे हम,
कि क़तल करके मेरा कातिल भी रोएगा.