Judai Shayari Miss You जुदाई शायरी

दूर रहने का गिला मत कर ऐ हमसफर,
पास रहने से कोई रिश्ता खास नही होता.
आप दिल के करीब हैं इतने
के दूर रहने का अहसास नही होता.



खुदा किसी को किसी पे फिदा ना करे,
करे तो क़यामत तक ज़ुदा ना करे.
ये माना कि कोई मरता नही जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नही पाता तन्हाई में!



किस्मत पर एतबार किसको हैं
मिल जाए खुशी इनकार किसको हैं
कुछ मजबूरिया हैं मेरे दोस्त
वरना जुदाई से प्यार किसको हैं



जिस घड़ी तेरी यादों का समां होता है,
फिर हमें आराम कहाँ होता है,
हौसला मुझ में नही तुझको भुला देने का,
काम सदियों का है, लम्हों मैं कहाँ होता है



लम्हे जुदाई के बेकरार करते हैं,
हालात मेरी मुझे लाचार करते हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी,
हम खुद कैसे कहे कि
हम आपसे प्यार करते हैं.



बहुत दूर मगर बहुत पास रहते हो,
आँखो से दूर मगर दिल के पास रहते हो,
मुझे बस इतना बता दो
क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो?



हमसे दूर जाओगे कैसे,
दिल से ह्यूम भुलयोगे कैसे,
हम तो वो खुसबू हैं जो आपकी सांसो में बस्ते हैं,
खुद की सांसो को रोक पायोगे कैसे



उस से बिछड़ कर फक़त इतना हुआ हे,
उस का गया कुछ नहीं, मेरा रहा कुछ नहीं.



तेरी दूरी का एहसास जब सताने लगा.
तेरे साथ गुज़रा हर लम्हा याद आने लगा.
जब भी भूलने की कोशिश की.
तू दिल के और करीब आने लगा.